गूगल का प्रोजेक्ट नवलेखा खासतौर पर क्षेत्रीय भाषा में कंटेंट लिखने वाले पब्लिशर्स की मदद करेगा ताकि वह अपने कंटेंट को ऑनलाइन पब्लिश कर सकें। गूगल के प्रोजेक्ट Navlekha के तहत आसान एप्लीकेशन प्रोसेस की मदद से वेबपेज बना सकेंगे। Google वेबसाइट को सेटअप करने के लिए विशेषज्ञ सहायता प्रदान करेगा। इसके लिए किसी भी तरह के शुल्क का भुगतान नहीं करना होगा। कंपनी ने कहा कि हम आपकी सहायता करेंगे ताकि आप अपने कंटेंट को ऑनलाइन ला सकें। गूगल ने कहा कि हम पब्लिकेशन टूल और डोमेन (नाम) के लिए पहले तीन वर्षों के लिए शुल्क नहीं लेंगे।
Navlekha का मतलब है 'लिखने का एक नया तरीका'। वहीं कंपनी ने ट्वीट में कहा कि अंग्रेजी की तुलना में भारतीय भाषा में कंटेंट केवल 1 प्रतिशत है। सबसे बड़ा मुद्दा यह है कि क्षेत्रीय भाषा के पब्लिशर को इंटरनेट पर कंटेंट ले जाने के लिए काफी मुश्किल प्रोसेस से होकर गुजरना पड़ता है।
कंपनी का उद्देश्य
गूगल के नए प्रोजेक्ट के तहत कंपनी का यही उद्देश्य है कि वह ऑफलाइन पब्लिशर्स को इतना समर्थ बनाए कि वह अपने कंटेंट को ऑनलाइन लेकर आ सकें। गूगल का प्रोजेक्ट नवलेखा पब्लिशर्स को सुंदर वेबपेज, ब्रांड डोमेन पर अनलिमिटेड फ्री होस्टिंग और AdSense सपोर्ट मिलेगा।